Viral Video News : उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शुक्रवार सुबह एक किसान के बेटे ने मुआवजे की मांग को लेकर हाईटेंशन लाइन के टावर पर चढ़कर प्रदर्शन किया। यह मामला सहार थाना क्षेत्र के भुलाहार गांव का है, जहां युवक के इस कदम से पूरे गांव में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोग और पुलिस उसे समझाने में जुटे रहे, लेकिन वह काफी देर तक टावर से नीचे नहीं उतरा…आगे पढ़े.
Viral Video: क्या है पूरा मामला?
इलाहाबाद से मैनपुरी तक 765 केवी ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें राज किशोर नामक किसान के खेत का कुछ हिस्सा प्रभावित हुआ। किसान का दावा है कि पावर ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा पोल लगाए जाने से उनकी फसल और जमीन को नुकसान हुआ, लेकिन उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिला।
राज किशोर के बेटे ओमदत्त ने मुआवजे की मांग को लेकर विरोध दर्ज कराने के लिए हाईटेंशन लाइन के टावर पर चढ़ने का फैसला किया। गांववालों ने उसे नीचे उतारने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी मांग पूरी होने तक उतरने को तैयार नहीं था।
Viral Video में प्रशासन की भूमिका और समाधान
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने युवक को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह मुआवजा मिलने की गारंटी के बिना नीचे उतरने को तैयार नहीं था।
इसके बाद बिजली कंपनी के अधिकारियों से संपर्क किया गया और उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा देने का निर्देश दिया गया। काफी समझाने के बाद ओमदत्त टावर से नीचे उतरा। कंपनी ने आश्वासन दिया कि प्रभावित किसानों को जल्द ही उनके खाते में मुआवजा राशि भेजी जाएगी।
किसानों की मुआवजे को लेकर बढ़ती समस्याएं
देशभर में कई किसानों को भूमि अधिग्रहण और मुआवजे से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पावर ट्रांसमिशन, सड़क निर्माण और अन्य सरकारी परियोजनाओं के लिए किसानों की जमीन ली जाती है, लेकिन कई बार उन्हें पूरा मुआवजा नहीं मिलता।
राजस्थान सहित कई राज्यों में ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां किसान मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलन करने को मजबूर हो जाते हैं। सरकार द्वारा किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए कानून बनाए गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इनका क्रियान्वयन चुनौतीपूर्ण बना रहता है।
कानूनी पहलू और किसानों के अधिकार
भारत में भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देने का प्रावधान है। इसके अनुसार:
- मुआवजे की गणना: किसानों को बाजार दर से अधिक राशि दी जानी चाहिए।
- पुनर्वास और पुनर्स्थापन: यदि भूमि अधिग्रहण के कारण किसी किसान की जीविका प्रभावित होती है, तो उसे पुनर्वास का अधिकार मिलना चाहिए।
- प्रशासनिक दखल: यदि किसान को समय पर मुआवजा नहीं मिलता, तो वे जिला प्रशासन और न्यायालय में अपील कर सकते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ Viral Video
यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। @thelucknowtimes नामक ट्विटर (अब ‘एक्स’) हैंडल से इस Viral Video को शेयर किया गया, जिसे हजारों लोगों ने देखा और प्रतिक्रिया दी। कई लोगों ने किसान के हक में आवाज उठाई और सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की।
औरैया-मुआवजे को लेकर पोल पर चढ़ा किसान,सहार थाना क्षेत्र के भूलाहार गांव में एक किसान ने मुआवजा न मिलने से परेशान होकर हाईटेंशन लाइन के पोल पर चढ़ गया,किसान का आरोप था कि उसके खेत से 33 kV की लाइन निकाली जा रही है, लेकिन उसे मुआवजा नहीं दिया जा रहा।#auraiya @UPGovt @Uppolice pic.twitter.com/6zZUcAAIok
— TheLucknow Times (@thelucknowtimes) February 14, 2025
निष्कर्ष :
औरैया की यह घटना एक बार फिर से किसानों की मुआवजे की समस्या को उजागर करती है। सरकार और संबंधित एजेंसियों को चाहिए कि वे ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई करें, ताकि किसानों को मजबूरन इस तरह के प्रदर्शन न करने पड़ें। मुआवजा समय पर मिलना चाहिए और किसानों की फसलों को हुए नुकसान की भरपाई भी होनी चाहिए।
इस घटना ने यह भी दिखाया कि सोशल मीडिया आज किसानों की आवाज़ को बुलंद करने का एक सशक्त माध्यम बन चुका है, जिससे प्रशासन को जल्द कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।