Bihar Road Safety: बिहार की राजधानी पटना से सटे खुसरुपुर में एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। एक तेज रफ्तार पिकअप वैन ने सड़क पार कर रही छह वर्षीय बच्ची को कुचल दिया और वाहन में फंसने के कारण उसे 10 किलोमीटर तक घसीटता रहा। इस भयावह घटना के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए, वहीं पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पिकअप वैन को जब्त कर लिया और चालक को गिरफ्तार कर लिया है. पूरा मामला जानने के लिए पूरा पढ़े.
दर्दनाक घटना कैसे हुई?
रविवार रात पटना के खुसरुपुर थाना क्षेत्र के हरदास बिगहा इलाके में यह दर्दनाक हादसा हुआ। जानकारी के अनुसार, नौबतपुर थाना क्षेत्र निवासी विनय पंडित की छह वर्षीय बेटी सुहानी कुमारी अपने ननिहाल आई थी। वह शादी समारोह में शामिल होने आई थी और सड़क पार कर रही थी, तभी फतुहा की ओर से तेज गति से आ रही पिकअप वैन ने उसे टक्कर मार दी।
हादसा इतना भयावह था कि बच्ची वाहन के नीचे फंस गई, लेकिन चालक ने वाहन नहीं रोका और 10 किलोमीटर तक बच्ची को घसीटते हुए भागता रहा। राहगीरों ने घटना देखी तो चीख-पुकार मच गई और स्थानीय लोग वैन का पीछा करने लगे।
पुलिस ने ऐसे पकड़ा आरोपी पिकअप चालक
जैसे ही स्थानीय लोगों ने इस दिल दहला देने वाली घटना की जानकारी पुलिस को दी, सालिमपुर थाना क्षेत्र के घनसुरपुर में पुलिस ने सड़क पर बैरिकेडिंग कर वैन को रोका। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चालक को गिरफ्तार कर लिया और वाहन को जब्त कर लिया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
बच्ची की मौत की खबर मिलते ही उसके घर में कोहराम मच गया। परिजन और गांववाले शोक में डूब गए। शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। सुहानी के माता-पिता बेसुध हो गए हैं और पूरे गांव में गमगीन माहौल है।
Road Safety और तेज रफ्तार का खतरा
यह हादसा बिहार में सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति लापरवाही और तेज रफ्तार वाहनों की समस्या को उजागर करता है। पटना सहित पूरे बिहार में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिनमें अधिकतर मामलों में तेज रफ्तार और लापरवाही मुख्य कारण होते हैं।
सरकार को उठाने होंगे सख्त कदम
इस दर्दनाक घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक लापरवाह वाहन चालक मासूम जिंदगियों को कुचलते रहेंगे? सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने और ट्रैफिक पुलिस को और सतर्क करने की जरूरत है।
निष्कर्ष :
पटना में हुए इस हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना ने एक बार फिर तेज रफ्तार वाहनों की अनियंत्रित स्थिति और लापरवाही की ओर इशारा किया है। जरूरत है कि प्रशासन ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई करे, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।