Viral News: कभी-कभी कुछ घटनाएँ ऐसी होती हैं, जो हमारी सोच और विज्ञान दोनों को चुनौती देती हैं। कन्नूर के पवित्रन की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। 13 जनवरी को डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, लेकिन जब उन्हें मुर्दाघर ले जाया जा रहा था, तभी कुछ ऐसा हुआ कि हर कोई दंग रह गया। उनके शरीर में हलचल हुई और उनकी नाड़ी फिर से चलने लगी! डॉक्टर भी इस चमत्कारी घटना को देखकर हैरान रह गए…पूरा मामला जानने के लिए पूरा पढ़े.
Viral News: कैसे हुई यह चौंकाने वाली घटना?
कन्नूर के रहने वाले 70 वर्षीय पवित्रन लंबे समय से किडनी की बीमारी और सांस की तकलीफ से जूझ रहे थे। 13 जनवरी को अचानक उनकी तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें कन्नूर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने काफी कोशिश की, लेकिन कुछ ही घंटों में उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिवार और अस्पताल के कर्मचारियों ने भी यह मान लिया कि अब वह इस दुनिया में नहीं रहे।
डॉक्टरों ने पवित्रन को अस्पताल से छुट्टी दे दी और कहा कि अब वह जीवित नहीं हैं। परिवार के लोग गहरे शोक में थे और उनके पार्थिव शरीर को मोर्चरी में ले जाने की तैयारी करने लगे। लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ, जिसने सबको हैरान कर दिया।
Viral News: मुर्दाघर जाते समय लौट आई धड़कन!
जब अस्पताल के कर्मचारी जयन और अनुप, पवित्रन के शरीर को स्ट्रेचर पर रखकर मोर्चरी की ओर ले जा रहे थे, तभी उन्होंने महसूस किया कि उनके शरीर में कुछ हलचल हो रही है। पहले तो उन्हें यकीन नहीं हुआ, लेकिन जब ध्यान से देखा गया तो पता चला कि उनकी नाड़ी की धड़कन फिर से लौट आई थी!
इस अनोखी घटना ने सबको चौंका दिया। डॉक्टरों को तुरंत बुलाया गया और पवित्रन को फिर से अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ले जाया गया। जांच करने पर डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उनकी नाड़ी दोबारा चलने लगी थी और वह अब भी जीवित थे। यह देखकर पूरा अस्पताल चकित रह गया।
Viral News: फिर से मिला जीवन, इलाज के बाद लौटे घर
डॉक्टरों ने तुरंत उन्हें आईसीयू में भर्ती किया और इलाज शुरू कर दिया। कन्नूर के ए.के.जी. अस्पताल में डॉक्टर पूर्णिमा राव की देखरेख में उनका इलाज चला। पवित्रन को छह दिनों तक गैस्ट्रो आईसीयू में रखा गया, जहां उनकी स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हुआ। डॉक्टरों को भी यह किसी चमत्कार से कम नहीं लग रहा था कि जो इंसान कुछ दिन पहले मृत घोषित किया जा चुका था, वह अब सामान्य जीवन की ओर लौट रहा था।
24 जनवरी को, 11 दिन के अस्पताल में इलाज के बाद, पवित्रन को छुट्टी दे दी गई। वह अपनी पत्नी सुधा के साथ घर लौट आए। उनके परिवार वालों और करीबी रिश्तेदारों के लिए यह किसी दिव्य चमत्कार से कम नहीं था। जो व्यक्ति मृत घोषित हो चुका था, वह अपने पैरों पर चलकर घर वापस लौट आया था।
Viral News: खुशी ज्यादा देर नहीं टिक सकी, फिर हुआ कुछ ऐसा…
पवित्रन के घर लौटने के बाद, उनका स्वास्थ्य कुछ दिनों तक ठीक रहा। परिवार वालों को लगा कि अब वह पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
कुछ दिनों बाद, अचानक उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गई। घर में आराम करते वक्त उन्होंने दम तोड़ दिया। इस बार डॉक्टरों ने पुष्टि की कि अब वह सच में इस दुनिया को छोड़ चुके हैं।
Viral News: यह घटना चमत्कार थी या मेडिकल साइंस का दुर्लभ केस?
पवित्रन के इस अनोखे मामले को लेकर डॉक्टरों और विशेषज्ञों में भी चर्चा हो रही है। कई लोग इसे एक चमत्कार मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे मेडिकल साइंस से जोड़कर देख रहे हैं।
Viral News: क्या यह ‘कैटालेप्सी’ का मामला था?
मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह एक ‘कैटालेप्सी’ (Catalepsy) नामक दुर्लभ मेडिकल कंडीशन हो सकती है। इस स्थिति में इंसान का शरीर पूरी तरह निष्क्रिय और जड़ हो जाता है। नब्ज, धड़कन और सांस इतनी धीमी हो जाती है कि उसे महसूस करना मुश्किल हो जाता है। ऐसा लगता है कि व्यक्ति की मृत्यु हो गई है, जबकि वह वास्तव में जिंदा होता है।
कुछ मामलों में ‘लाज़ारस सिंड्रोम’ (Lazarus Syndrome) भी देखने को मिलता है, जिसमें मृत घोषित किए गए व्यक्ति की नब्ज अपने आप लौट आती है। यह स्थिति बेहद दुर्लभ होती है और अब तक इसके बहुत कम मामले सामने आए हैं।
Viral News: सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह कहानी!
पवित्रन की इस रहस्यमयी कहानी ने सोशल मीडिया पर सनसनी मचा दी है। लोग इस घटना पर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ इसे भगवान का चमत्कार मान रहे हैं, तो कुछ इसे मेडिकल साइंस से जोड़कर देख रहे हैं।
आपका इस घटना पर क्या कहना है? क्या यह विज्ञान का अजूबा है या फिर कोई दैवीय चमत्कार? कमेंट में अपनी राय दें!