Bikaner : इस मंदिर में भगवान को लगी थी पुलिस की गोली! जानिए बीकानेर के रहस्यमयी ‘गोली वाले हनुमान’ की कहानी और चौंकाने वाली सच्चाई

Bikaner– राजस्थान की भूमि रहस्यों, श्रद्धा और चमत्कारों से भरी हुई है। लेकिन बीकानेर की गोचर भूमि पर स्थित एक ऐसा मंदिर है, जिसकी कहानी सुनकर हर कोई हैरान रह जाता है। यहां बजरंगबली को ‘गोली वाले हनुमान जी’ कहा जाता है, क्योंकि कभी उनके पैर में वास्तविक गोली लग गई थी! जी हां, यह कोई कहानी या कल्पना नहीं, बल्कि साक्षात एक ऐसी घटना है, जिसके निशान आज भी मौजूद हैं।

कहां है यह अनोखा मंदिर?

बीकानेर शहर से महज 7 किलोमीटर दूर स्थित सरेह नत्थानिया गोचर भूमि में यह रहस्यमयी मंदिर स्थित है। स्थानीय श्रद्धालु इस स्थान को अत्यंत चमत्कारी मानते हैं। रोजाना यहां सैकड़ों की संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की कामना करते हैं। इस मंदिर की विशेषता है — हनुमान जी के चरणों में एक गोली का स्थायी निशान, जिसे आज भी भक्त अपनी आंखों से देख सकते हैं।

कैसे लगी थी हनुमान जी को गोली?

स्थानीय निवासी चेतनराव भाट, जो इस मंदिर से वर्षों से जुड़े हैं, ने तूफानी खबर को बताया कि यह मंदिर करीब 400 से 500 साल पुराना है। लेकिन लगभग 40-45 साल पहले, इस मंदिर के पास एक पुलिस फायरिंग रेंज हुआ करती थी। पुलिसकर्मी वहां बंदूक से अभ्यास करते थे। एक दिन अचानक एक गोली दिशा भटककर सीधे मंदिर की ओर आ गई और मंदिर के गेट को चीरते हुए जाकर हनुमान जी की मूर्ति के पैर में जा लगी।

यह घटना पूरे इलाके में सनसनी बन गई। लोगों को लगा कि भगवान ने खुद इस गोली को सहन कर अपने भक्तों को किसी अनहोनी से बचाया है। इसके बाद से ही मंदिर को “गोली वाले हनुमान जी” के नाम से जाना जाने लगा।

गोली के निशान आज भी हैं मौजूद!

इस रहस्यमय घटना के बाद मंदिर को भक्तों ने एक अलौकिक चमत्कार का स्थल मानना शुरू कर दिया। यहां आज भी मंदिर के मुख्य द्वार पर गोली का छेद और हनुमान जी के चरणों में निशान स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। भक्त इन निशानों को श्रद्धा से छूते हैं और अपनी मनोकामना मांगते हैं।

यह भी मान्यता है कि यहां मांगी गई मुरादें गोली की रफ्तार से पूरी होती हैं। शायद यही कारण है कि भक्त इसे “मनोकामना सिद्ध स्थल” भी कहते हैं।

क्यों हटाई गई फायरिंग रेंज?

इस घटना के बाद इलाके में भारी आक्रोश फैला। श्रद्धालुओं की मांग पर प्रशासन ने तत्‍काल कार्रवाई करते हुए उस पुलिस फायरिंग रेंज को मंदिर के पास से हटवा दिया। अब वह रेंज मंदिर से काफी दूरी पर स्थित है, जिससे किसी भी व्यक्ति, जानवर या धार्मिक स्थल को नुकसान न पहुंचे।

सिर्फ भारत ही नहीं, विदेशों से भी आते हैं श्रद्धालु

इस मंदिर की चर्चा धीरे-धीरे दूर-दूर तक फैलने लगी। अब यहां न सिर्फ राजस्थान और भारत के अन्य राज्यों से, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। हनुमान जी के इस मंदिर को एक अलौकिक स्थल माना जाता है, जहां भगवान ने खुद गोली सहकर अपने भक्तों की रक्षा की।

विज्ञान और आस्था के बीच संतुलन

जहां कुछ लोग इस घटना को एक संयोग मानते हैं, वहीं अधिकांश श्रद्धालु इसे भगवान की लीला और चमत्कार मानते हैं। भक्तों का मानना है कि जिस तरह से गोली सीधा मंदिर के दरवाजे को चीरते हुए हनुमान जी के चरणों में लगी, वह किसी साधारण घटना से संभव नहीं।

मंदिर में क्या-क्या होता है?

  • हर मंगलवार और शनिवार को विशेष पूजा
  • भक्तों द्वारा लाल धागा बांधने की परंपरा
  • विशेष रूप से गोलियों से जुड़े संकटों से बचाव के लिए प्रार्थना
  • मनोकामना पूर्ति के लिए मिट्टी के दीपक जलाने की मान्यता

इस मंदिर से जुड़े खास तथ्य

  1. मंदिर करीब 500 साल पुराना है
  2. गोली लगने की घटना 40 साल पहले हुई थी
  3. गोली के निशान आज भी सुरक्षित हैं
  4. यह दुनिया का एकमात्र मंदिर है जहां भगवान को गोली लगी

निष्कर्ष :

गोली वाले हनुमान जी का यह मंदिर सिर्फ आस्था का नहीं, बल्कि चमत्कार और रहस्य का अद्भुत संगम है। यहां आने वाला हर भक्त अपने साथ कोई न कोई अनुभव लेकर लौटता है। अगर आप भी एक ऐसे धार्मिक स्थल की तलाश में हैं, जहां आस्था और अद्भुत रहस्य एक साथ मिलें — तो यह मंदिर आपके लिए जरूर खास होगा।