Udaipur News Today : ‘पूर्वजों की राह पर आगे बढ़ते हुए’ – उदयपुर के सिटी पैलेस में भव्य गद्दी महोत्सव, लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ बने नए दीवान

Udaipur News Today : उदयपुर के ऐतिहासिक सिटी पैलेस में सदियों पुरानी परंपरा को जीवंत करते हुए एक भव्य गद्दी महोत्सव का आयोजन किया गया, जहां डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को एकलिंग जी के 77वें दीवान के रूप में गद्दी पर बैठाया गया। यह महोत्सव न केवल मेवाड़ की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक है, बल्कि इसकी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को भी दर्शाता है।

Udaipur News Today : मेवाड़ की शाश्वत परंपरा का निर्वाह

1500 वर्ष पुरानी इस परंपरा के अंतर्गत मेवाड़ के अधिपति भगवान श्री एकलिंगनाथ को माना जाता है और उनके दीवान के रूप में किसी व्यक्ति को गद्दी पर बैठाने की यह परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। इस ऐतिहासिक आयोजन में मेवाड़ राजघराने के सदस्य, शहरवासी और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

गद्दी महोत्सव के अवसर पर डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा, “यह केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि मेवाड़ की संस्कृति और आध्यात्मिकता से जुड़ा एक महत्वपूर्ण दायित्व है। हमारे पूर्वजों ने इस परंपरा को संजोकर रखा है और मैं इसे पूरी निष्ठा और सम्मान के साथ आगे बढ़ाऊंगा।” उन्होंने इस सम्मान को निभाने में जनता के सहयोग और समर्थन को प्रेरणादायक बताया।

मेवाड़ की समृद्ध धरोहर और पर्यटन का केंद्र

गद्दी महोत्सव के दौरान जब उदयपुर के पर्यटन और डेस्टिनेशन वेडिंग हब के रूप में उभरने पर चर्चा हुई, तो डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि उदयपुर अपनी भव्यता और ऐतिहासिक धरोहरों के कारण एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुका है। उन्होंने बताया कि उनके दादाजी जब इस पहल की शुरुआत कर रहे थे, तब उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा, लेकिन आज उदयपुर देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुका है।

उन्होंने यह भी कहा कि शहर के विकास को और अधिक गति देने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे, जिससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि शहर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित किया जा सकेगा।

परंपरा और आधुनिकता का संगम

गद्दी महोत्सव का यह भव्य आयोजन मेवाड़ की ऐतिहासिक परंपराओं और आधुनिकता के संगम का बेहतरीन उदाहरण पेश करता है। इस आयोजन ने स्थानीय जनता और श्रद्धालुओं को एक यादगार क्षण दिया, जहां उन्होंने सदियों पुरानी परंपरा को सजीव होते देखा।

उदयपुर, जो पहले से ही एक विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है, इस तरह के आयोजनों के माध्यम से अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को और अधिक मजबूती से स्थापित कर रहा है। गद्दी महोत्सव सिर्फ एक पारंपरिक आयोजन नहीं, बल्कि मेवाड़ की समृद्ध संस्कृति और गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बना रहेगा।