Rajasthan News : ‘वीर महाराणा सांगा का अपमान बर्दाश्त नहीं!’ – अखिल भारतीय गौ रक्षा महासंघ ने उठाई समाजवादी सांसद पर सख्त कार्रवाई की मांग

जयपुर। देश में इन दिनों राष्ट्र नायकों और ऐतिहासिक महानायकों को लेकर की जा रही विवादित टिप्पणियों का मामला लगातार गर्माता जा रहा है। अब राजस्थान से एक बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें अखिल भारतीय गौ रक्षा महासंघ ने समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद द्वारा दिए गए देशविरोधी बयान की कड़ी निंदा की है और भारत सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह पंवार ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि, “समाजवादी पार्टी के नेता ने महाराणा सांगा जैसे सनातन रक्षक और क्षत्रिय मेवाड़ नरेश पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जो न केवल इतिहास का अपमान है, बल्कि पूरे भारतवर्ष की संस्कृति और विरासत पर चोट है।”

महाराणा सांगा: वीरता, नीति और स्वाभिमान की अद्वितीय मिसाल

राजस्थान की पवित्र भूमि ने भारत को अनेक वीर नायक दिए हैं, जिनमें महाराणा सांगा का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है।
वे सिर्फ एक महान योद्धा नहीं थे, बल्कि न्यायप्रिय और दूरदर्शी शासक भी थे।
इतिहास गवाह है कि उन्होंने बाबर जैसे विदेशी आक्रांताओं को चुनौती दी और भारत की अस्मिता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।

उनके साहस का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि युद्ध के दौरान एक भुजा, एक आंख और एक टांग खोने के बावजूद वे युद्धभूमि में डटे रहे
उनके शरीर पर 80 से अधिक घावों के निशान थे, जिससे उन्हें “सैनिकों का भग्नावशेष” कहा जाता था।

इतिहास का अपमान या राजनीतिक एजेंडा?

गौ रक्षा महासंघ ने यह आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा जानबूझकर ऐसा बयान देकर देश की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है।
पंवार ने यह भी कहा कि “यह पहली बार नहीं है जब समाजवादी पार्टी के नेताओं ने राष्ट्रवादी विचारधारा या सनातन पर हमला किया है। पूर्व में भी अयोध्या आंदोलन के दौरान कारसेवकों पर गोलियां चलाई गई थीं। अब वही मानसिकता महाराणा सांगा जैसे राष्ट्रनायकों के अपमान में दिख रही है।”

भारत सरकार से की गई यह बड़ी मांग

जितेंद्र सिंह पंवार ने केंद्र सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि,
“ऐसे गैर-जिम्मेदार और देशविरोधी वक्तव्य देने वाले नेताओं पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि कोई भी आगे से हमारे राष्ट्रनायकों के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने का दुस्साहस न कर सके।”

युवा पीढ़ी को इतिहास से जोड़ने की आवश्यकता

गौ रक्षा महासंघ का मानना है कि आज की युवा पीढ़ी को केवल आधुनिक शिक्षा ही नहीं, बल्कि अपने गौरवशाली इतिहास की भी सही जानकारी होनी चाहिए।
महाराणा सांगा जैसे नायकों की जीवनी से प्रेरणा लेकर आज भी राष्ट्र सेवा, संविधान की रक्षा और संस्कृति का सम्मान किया जा सकता है।

बीमा, योजना और लोन से जुड़ी शिक्षा भी जरूरी

इतिहास की जानकारी के साथ-साथ समाज में आज के समय वित्तीय शिक्षा भी बेहद जरूरी है।
सरकार की विभिन्न योजनाओं, जैसे कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, मुद्रा लोन योजना और आयुष्मान भारत, को लेकर जागरूकता फैलाना जरूरी है ताकि आम नागरिक आर्थिक रूप से सक्षम बन सके।

जैसे महाराणा सांगा ने देश की सीमाओं की रक्षा की, वैसे ही आज जरूरत है कि हम आर्थिक और डिजिटल रूप से आत्मनिर्भर बनें।
देश का हर नागरिक अगर बीमा, लोन और सरकारी योजनाओं की सही जानकारी से लैस हो जाए, तो भारत को विश्वगुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता।

निष्कर्ष: इतिहास का सम्मान ही राष्ट्र का सम्मान है

राजनीति चाहे जो भी हो, लेकिन भारत के महापुरुषों का अपमान किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
महाराणा सांगा जैसे योद्धा न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत के गौरव हैं।
उनकी वीरता, त्याग और नेतृत्व से देश की आने वाली पीढ़ियां प्रेरणा लेती रहेंगी।

अखिल भारतीय गौ रक्षा महासंघ की यह मांग एक सकारात्मक संदेश है कि देश में आज भी ऐसे संगठन और व्यक्ति हैं जो राष्ट्र की गरिमा और अस्मिता की रक्षा के लिए तत्पर हैं।

  • अखिल भारतीय गौ रक्षा महासंघ ने महाराणा सांगा पर समाजवादी सांसद की टिप्पणी को बताया राष्ट्रद्रोह, भारत सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की।